इस अध्याय में बताया गया है कि किस तरह जिज्ञासा और असफलता (failure) मिलकर सीखने की प्रक्रिया को गहरा और लंबे समय तक याद रखने योग्य बना देती है। जब हम किसी सवाल का उत्तर नहीं जानते और बाद में सही उत्तर पता चलता है, तो वह जानकारी हमारे दिमाग में ज़्यादा अच्छी तरह से बैठती है। वैज्ञानिकों ने मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को समझने के लिए ब्रेन स्कैनिंग (MRI) और व्यवहारिक प्रयोगों का उपयोग किया।
शोध से यह सिद्ध हुआ कि असफलता के बाद जिज्ञासा और सीखने की इच्छा मस्तिष्क को अधिक सक्रिय करती है। साथ ही, जब विद्यार्थी "सीखने के लक्ष्य" (Mastery Goals) अपनाते हैं — यानी गहराई से समझने की कोशिश करते हैं — तो उनका सीखना और प्रदर्शन दोनों बेहतर हो जाते हैं।
जिज्ञासा और मस्तिष्क का संबंध
2. जब सवाल हमें चौंकाते हैं, तब दिमाग सीखने के लिए ज्यादा तैयार रहता है।
3. MRI अध्ययन ने दिखाया कि जिज्ञासा में मस्तिष्क की मेमोरी और इनाम से जुड़ी प्रणाली सक्रिय होती है।
- Manjula Sagar
आज के अध्याय में जिज्ञासु मस्तिष्क के बारे में चर्चा किया गया था जिसमें बताया गया कि जिज्ञासु मस्तिष्क एक महत्वपूर्ण कार्य है जो हमें नई चीज़ सीखने और समझने के लिए प्रेरित करते हैं। इस अध्याय में उदाहरण देकर बताया गया कि जिज्ञासु मस्तिष्क समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए प्रेरित करती है, विभिन्न विकल्पों के बारे में जानने और समझने में मदद करती हैं जिज्ञासा को बढ़ावा देने के लिए प्रश्न पूछना एक अच्छा तरीका है , हमारा मस्तिष्क सामान्य ज्ञान के प्रश्नों पर कैसे प्रतिक्रिया देता है, प्रतिक्षा के दौरान मस्तिष्क का कैसा व्यवहार होता है आदि बातें बताई गई।
- अशोक कुमार मौर्य