कोरोना काल में सेवा - भावेश चौधरी

कोरोना काल में सेवा मेरा नाम भावेश चौधरी है। 21 मार्च 2020 सम्पूर्ण भारत में लॉकडाउन हो चुका था। धीरे - धीरे कोरोनावायरस देश दुनिया में अपने पैर पसार चुका था।स्काउट गाइड में होने के नाते मैंने अपने गांव में दो महीने ड्यूटी की। सब के घर घर जाकर पैसे इकट्ठे किए और उन पैसों से कपड़े के मास्क बनाए। फिर हमने 5500 मास्क बनाए और घर - घर जाकर मास्क वितरित किए। साथ ही सबको कहा कि जब भी आप घर से बाहर निकलेंगे तो मास्क पहनकर निकलेंगे। हमने कुत्तों के लिए बिस्किट और गायों के लिए चारा की व्यवस्था की। उसके बाद मैंने बैंक में भी ड्यूटी की थी। बैंक में 2 मीटर की दूरी बनवाना, एक-एक करके अंदर जाने देना आदि निर्देश देते थे। हम सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 बजे तक ड्यूटी करते थे। मैंने लुणावा ग्राम पंचायत में भी ड्यूटी की और वहां पर भी हमने कोरोना के गाइडलाइन का पालन करवाया। हमने हमारे गांव में सैनिटाइजर का उपयोग करना बताया। लुणावा में कांटेश्वर महादेव मंदिर के पास एक घर था, वहां पर एक व्यक्ति पॉजिटिव आया था। उनके घर वालों को हमने खाने का सामान, पानी का टैंकर आदि की व्यवस्था करवाई थी। उसके