
सहकर्मी दबाव वह प्रक्रिया है जिसमें एक ही समूह के सदस्य, अन्य सदस्यों को ऐसे व्यवहार या गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करते हैं, जिनमें वे स्वेच्छा से संलग्न नहीं होना चाहते।साथियों का दबाव समान रुचियों, अनुभवों या सामाजिक परिस्थितियों वाले समूहों के सदस्यों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालता है। ऐसे समूह किसी व्यक्ति के विश्वासों, मूल्यों, धर्म और व्यवहार को प्रभावित करने की अधिक संभावना रखते हैं।
साथियों के दबाव का समाधान:
- आत्मसम्मान और आत्मविश्वास का विकास करें।दृढ़ता का अभ्यास करें।सकारात्मक संबंधों के साथ-साथ सकारात्मक विचार भी बनाएं।
सबसे मुश्किल भावना क्या है?
सबसे कठिन भावना क्रोध है, क्योंकि यह एक नकारात्मक मनोवैज्ञानिक स्थिति है, जो असहायता या अपमान की भावना से उत्पन्न होती है। क्रोध व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे नियंत्रित करना बहुत ज़रूरी होता है।
दोस्ती कैसी होनी चाहिए?
अच्छी दोस्ती के लिए ईमानदारी, वफादारी और एक-दूसरे के प्रति सम्मान होना आवश्यक है। सच्चे दोस्त हमेशा एक-दूसरे की मदद के लिए तैयार रहते हैं और मुश्किल समय में साथ नहीं छोड़ते।
साथियों का दबाव
साथियों का दबाव तब होता है जब आपके दोस्त या सहकर्मी आपको ऐसा कुछ करने के लिए प्रेरित करते हैं, जो आप सामान्य रूप से नहीं करना चाहते, या फिर आपको किसी ऐसे कार्य से रोकते हैं, जिसे आप करना चाहते हैं। यह दबाव सकारात्मक भी हो सकता है और नकारात्मक भी, इस पर निर्भर करता है कि प्रभाव किस दिशा में ले जा रहा है।
– सीमा (कक्षा 8)
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