"हमेशा ध्यान रखें कि हमारा सफल होने का संकल्प, किसी और संकल्प से ज़्यादा महत्वपूर्ण है।"
संकल्प का अर्थ है – कोई मजबूत और पक्का निर्णय लेना। जब हम किसी कार्य को करने की ठान लेते हैं, तो उसे पूरा करने के लिए लगातार और पूरी मेहनत से प्रयास करते हैं। जब तक उस कार्य में सफलता न मिल जाए, तब तक हम हार नहीं मानते — यही सच्चा संकल्प कहलाता है। अगर हमें जीवन में कुछ बड़ा करना है, तो संकल्प बहुत ज़रूरी है।
संकल्प हमें दिशा देता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और मेहनत करने की शक्ति देता है।
सच्चा संकल्प वही होता है जिसे हम दिल से लें और पूरे मन से निभाएँ —
चाहे रास्ते में कितनी भी मुश्किलें क्यों न आएँ, हमें रुकना नहीं है, पीछे नहीं हटना है।
हमें अपने कदमों को आगे की ओर ले जाना है और सफलता के मार्ग पर दृढ़ता से चलते रहना है। जब कोई व्यक्ति संकल्प लेता है, तो वह अपने उद्देश्य पर केंद्रित रहता है। वह कठिनाइयों से नहीं डरता और निरंतर प्रयास करता है। यही निरंतर प्रयास उसे सफलता की ओर ले जाता है।
संकल्प हमें यह सिखाता है कि –
अगर हम किसी भी काम को नियमित रूप से, ईमानदारी से और मेहनत के साथ करें, तो हम निश्चित ही सफल होंगे। ‘संकल्प’ एक प्रेरणादायक पाठ है, जो यह सिखाता है कि अगर हमारे अंदर कुछ कर दिखाने की सच्ची इच्छा हो, तो हम कोई भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं। संकल्प एक ऐसी शक्ति है, जो हमें ठोस निर्णय लेने और उन्हें निभाने की प्रेरणा देती है। यह हमारे सपनों और इच्छाओं को स्पष्ट रूप से देखने, उन्हें समझने और उन्हें प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने का साहस देता है।
संकल्प यह भी सिखाता है कि —
किसी काम में असफल होना बुरी बात नहीं है।
गलती यह होती है कि हम असफलता से डरकर दोबारा प्रयास ही न करें।
ऐसी स्थिति में हमें सकारात्मक सोच रखनी चाहिए और फिर से मजबूत संकल्प के साथ शुरुआत करनी चाहिए।
“Regular efforts make impossible things possible.”
इस पाठ से मुझे यह प्रेरणा भी मिली कि हमें अपने जीवन में अच्छे और सार्थक संकल्प लेने चाहिए –
जैसे:
संकल्प न केवल एक विचार है, बल्कि वह आंतरिक शक्ति है जो हमारे चरित्र को आकार देती है और हमें सफलता के पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
- रूबल कौर