Saturday, 2 August 2025

Growing with Confidence: Understanding Puberty at Lotus Petals Foundation

 

Puberty.pdf by Manisha Khanna

Students from the Lotus Petals Foundation recently came together to share their thoughts and understanding about puberty, a vital stage of growing up. Through open discussions and interactive sessions, they expressed how their bodies and emotions are changing, and how gaining knowledge about these changes helps them feel more confident and prepared. They talked about physical developments like height, voice changes, and menstruation, as well as emotional shifts such as mood swings and growing independence. The students emphasized the importance of hygiene, healthy habits, and respectful communication during this phase. Their reflections showed a strong sense of curiosity, maturity, and the positive impact of a supportive learning environment.

Monday, 28 July 2025

साथियों का दबाव: सोच और व्यवहार पर प्रभाव - सनबीम ग्रामीण स्कूल

साथियों का दबाव तब होता है जब कोई सहकर्मी या साथियों का समूह किसी व्यक्ति को किसी विशेष तरीके से सोचने या कार्य करने के लिए प्रभावित करता है या उस पर दबाव डालता है। इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति के दृष्टिकोण या धारणा को बदलकर उसे किसी विशिष्ट कार्य में सम्मिलित करना होता है।

सहकर्मी दबाव वह प्रक्रिया है जिसमें एक ही समूह के सदस्य, अन्य सदस्यों को ऐसे व्यवहार या गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करते हैं, जिनमें वे स्वेच्छा से संलग्न नहीं होना चाहते।साथियों का दबाव समान रुचियों, अनुभवों या सामाजिक परिस्थितियों वाले समूहों के सदस्यों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालता है। ऐसे समूह किसी व्यक्ति के विश्वासों, मूल्यों, धर्म और व्यवहार को प्रभावित करने की अधिक संभावना रखते हैं।

साथियों के दबाव का समाधान:

  • आत्मसम्मान और आत्मविश्वास का विकास करें।
    दृढ़ता  का अभ्यास करें।
    सकारात्मक संबंधों के साथ-साथ सकारात्मक विचार भी बनाएं।
- नैंसी मौर्या (कक्षा 8)

सबसे मुश्किल भावना क्या है?
सबसे कठिन भावना क्रोध है, क्योंकि यह एक नकारात्मक मनोवैज्ञानिक स्थिति है, जो असहायता या अपमान की भावना से उत्पन्न होती है। क्रोध व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे नियंत्रित करना बहुत ज़रूरी होता है।

दोस्ती कैसी होनी चाहिए?
अच्छी दोस्ती के लिए ईमानदारी, वफादारी और एक-दूसरे के प्रति सम्मान होना आवश्यक है। सच्चे दोस्त हमेशा एक-दूसरे की मदद के लिए तैयार रहते हैं और मुश्किल समय में साथ नहीं छोड़ते।

साथियों का दबाव
साथियों का दबाव तब होता है जब आपके दोस्त या सहकर्मी आपको ऐसा कुछ करने के लिए प्रेरित करते हैं, जो आप सामान्य रूप से नहीं करना चाहते, या फिर आपको किसी ऐसे कार्य से रोकते हैं, जिसे आप करना चाहते हैं। यह दबाव सकारात्मक भी हो सकता है और नकारात्मक भी, इस पर निर्भर करता है कि प्रभाव किस दिशा में ले जा रहा है।

– सीमा (कक्षा 8) 

जिज्ञासु मस्तिष्क - Sunbeam Gramin School

 

इस अध्याय में बताया गया है कि किस तरह जिज्ञासा और असफलता (failure) मिलकर सीखने की प्रक्रिया को गहरा और लंबे समय तक याद रखने योग्य बना देती है। जब हम किसी सवाल का उत्तर नहीं जानते और बाद में सही उत्तर पता चलता है, तो वह जानकारी हमारे दिमाग में ज़्यादा अच्छी तरह से बैठती है। वैज्ञानिकों ने मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को समझने के लिए ब्रेन स्कैनिंग (MRI) और व्यवहारिक प्रयोगों का उपयोग किया।

शोध से यह सिद्ध हुआ कि असफलता के बाद जिज्ञासा और सीखने की इच्छा मस्तिष्क को अधिक सक्रिय करती है। साथ ही, जब विद्यार्थी "सीखने के लक्ष्य" (Mastery Goals) अपनाते हैं — यानी गहराई से समझने की कोशिश करते हैं — तो उनका सीखना और प्रदर्शन दोनों बेहतर हो जाते हैं।

जिज्ञासा और मस्तिष्क का संबंध

1. जिज्ञासा मस्तिष्क के कुछ विशेष हिस्सों को सक्रिय करती है, जिससे सीखना तेज होता है।
2. जब सवाल हमें चौंकाते हैं, तब दिमाग सीखने के लिए ज्यादा तैयार रहता है।
3. MRI अध्ययन ने दिखाया कि जिज्ञासा में मस्तिष्क की मेमोरी और इनाम से जुड़ी प्रणाली सक्रिय होती है

- Manjula Sagar

आज के अध्याय में जिज्ञासु मस्तिष्क के बारे में चर्चा किया गया था जिसमें बताया गया कि जिज्ञासु मस्तिष्क एक महत्वपूर्ण कार्य है जो हमें नई चीज़ सीखने और समझने के लिए प्रेरित करते हैं। इस अध्याय में उदाहरण देकर बताया गया कि जिज्ञासु मस्तिष्क समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए प्रेरित करती है, विभिन्न विकल्पों के बारे में जानने और समझने में मदद करती हैं जिज्ञासा को बढ़ावा देने के लिए प्रश्न पूछना एक अच्छा तरीका है , हमारा मस्तिष्क सामान्य ज्ञान के प्रश्नों पर कैसे प्रतिक्रिया  देता है, प्रतिक्षा के दौरान मस्तिष्क का कैसा व्यवहार होता है आदि बातें बताई गई।

- अशोक कुमार मौर्य


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