Sunday, 10 August 2025

Allegory - गुरु नानक देव जी की यात्राओं की एक गाथा - Simran Kaur

यह एपिसोड "गीन गुलदस्ता" शीर्षक के साथ प्रस्तुत किया गया है, जिसका अर्थ है – रंग-बिरंगे फूलों का गुच्छा। यह शीर्षक स्वयं में गुरु नानक जी के विचारों की विविधता और सुंदरता को दर्शाता है। जैसे एक गुलदस्ता विभिन्न रंगों और खुशबुओं से मिलकर बनता है, वैसे ही गुरु नानक देव जी की यात्राएं विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और विश्वासों का संगम थीं।

अमरदीप सिंह द्वारा प्रस्तुत यह स्क्रीनिंग सिर्फ एक ऐतिहासिक वृत्तांत नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव भी है। इसमें उन्होंने गुरु नानक देव जी की यात्राओं को भावनात्मक, ऐतिहासिक और कलात्मक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया है।

अब गुरु जी के बारे में थोड़ा गौर से सुनिए –
गुरु नानक देव जी सिख धर्म के पहले गुरु और संस्थापक थे। उनका जीवन और शिक्षाएं आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरणा देती हैं।

गुरु नानक जी के जीवन की कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • एक ओंकार – ईश्वर एक है और सब जगह मौजूद है।

  • नाम जपना – भगवान का नाम स्मरण करो, जैसे सतनाम, वाहेगुरु

  • कीरत करो – मेहनत और ईमानदारी से जीवन यापन करो।

  • सबको बराबर समझो – जात-पात, धर्म, भेदभाव नहीं।

  • स्त्रियों का सम्मान करो – उन्होंने कहा:
    "सो क्यों मंदा आखिए, जित जंमे राजान?"
    अर्थात, जिस स्त्री से राजा जन्म लेते हैं, उसे नीचा कैसे कहा जा सकता है?

गुरु नानक देव जी की इन सभी बातों से हमें यह सीख मिलती है कि जीवन में जात-पात, भेदभाव, ऊंच-नीच जैसी बातों को अपने मन से त्याग देना चाहिए। इन शिक्षाओं से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि सब एक समान हैं – कोई भी व्यक्ति अलग नहीं है।

सिमरन कौर
Arthur Foot Academy

No comments:

Post a Comment

Reflections Since 2021