किसी ने सही कहा है कि सच्चे दोस्त वे होते हैं जो आपके साथ बुरी और अच्छी परिस्तिथियों में खड़े रहे और आपके जीवन के हर मोड़ हर कदम पर आपकी सहायता करते हैं l हमारे जीवन में हमारे कई मित्र होते है और आगे भी होंगे। कुछ बहुत सहायता करने वाले या कुछ जिनको ज्यादा करना अच्छा नहीं लगता। लेकिन हमारे जीवन में जब भी कोई एक अच्छा, विश्वसनीय मित्र मिले तो हमे उसका भी आदर करना चाहिए जिससे हम भी उससे कुछ सीख पाए और अच्छे संबंध रख पाएँ, यह सब बाते लिख कर मेरे मन में मुझे अपने एक बहुत पुराने दोस्त की याद आई उसका नाम है आयुतांश। आपको उसके बारे में थोड़ा कुछ बताता हूँ । जब मैं कक्षा ३ में था तब मैने ज्ञानश्री में दाखिला लिया था। मुझे याद है मेरी कक्षा थी '३ स'l एक दिन मैं स्कूल के मैदान में फुटबॉल खेल रहा था जब मेरा पैर मुड़ गया और मैं ज़मीन पर गिर कर गुलाटी मार गया। तब वो मेरे पास आया और मुझे उठाने के लिए हाथ बढ़ाया , मैं उसकी सहायता से उठा और हम दोनों उस क्षण से बहुत अच्छे मित्र बन गए । तबसे हम हमेशा साथ में फुटबॉल खेलते थे और हमेशा एक ही टीम में होते,हम दोनों एक दूसरे की गृहकार्य में भी मदद किया क
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